मेकिंजे (McKinsey) क्वार्टरली ने चार्ट-फोकस न्यूज लैटर ई-मेल किया है, जिसमें मोटापे की विश्वमारी (महामारी का वैश्विक संस्करण – pandemic) पर किये जा रहे खर्चों के बारे में बताया गया है। मसलन ब्रिटेन में मोटापे से सम्बन्धित रोगों पर दवाइयों का खर्च £4,000,000.000 है। एक दशक पहले यह इसका आधा था। और यह रकम 2018 तक आठ हजार पाउण्ड हो सकती है।
पर जैसा यह न्यूजलैटर कहता है - खर्चा केवल दवाओं का नहीं है। दवाओं से इतर खर्चे दवाओं पर होने वाले खर्चे से तिगुने हैं। मसलन अमेरिका $450बिलियन खर्च करता है मुटापे पर दवाओं से इतर!
इस विषय में पोस्ट आप मेरी मानसिक हलचल पर पढ़ें:
मोटल्ले लोगों की दुनियाँ
mera bhi blog visit karen aur meri kavita dekhe.. uchit raay de...
ReplyDeletewww.pradip13m.blogspot.com
जब मेकडानल जेसे सस्ते रेस्ट्रा खुलेगे तो नागरिक तो हद से ज्यादा मोटे होंगे ही, या इन्हे बन्द करे या दवा बेचे
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