Saturday, July 18, 2009

नत्तू पांड़े का झूला


Nattu Allahabad4 नत्तू पांड़े, अपने दूसरे मासिक जन्मदिन के बाद बोकारो से इलाहाबाद आये और वापस भी गये।

उनके आते समय उनके कारवां में इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर मैं तो आगे आगे चल रहा था, वे पीछे रह गये। मुड़ कर देखा तो उनकी नानी उतरते ही उन्हें स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर एक पर अंत में बनी हजरत सैयद करामत अली उर्फ लाइन शाह बाबा की मजार पर प्रणाम करवा रही थीं।

मेरे साथ उनके कई लम्बे और गहन संवाद हुये। देश की अर्थव्यवस्था से ले कर भूमण्डलीय पर्यावरण, भारतीय दर्शन और भारत के भविष्य के बारे में बहुत मोनोलॉगीय डायलाग हुये। मैं समझता हूं कि उन्होने भविष्य में सब ठीक कर देने की हामी भरी है।

लाइन शाह बाबा की मजार को मैने कभी बहुत ध्यान से नहीं देखा था। नतू पांड़े की मार्फत मेरी धर्मिक आस्था में और विस्तार हो गया।  Nattu Allahabad5

नत्तू पांड़े अपना झूला ले कर आये थे। जाली वाला हवादार झूला। उसमें मक्खी-मच्छर नहीं जा सकते। सभी ने उस झूले के साथ बारी बारी फोटो खिंचाई! उसके बाद यहां चौक से उनका नया पेराम्बुलेटर भी आया। सबसे छोटे प्राणी के लिये घर भरा भरा सा लगने लगा।

उनके साथ और सभी ने अपने तरीके से सेवा की और खेले। क्या मौज थी!; पूरा परिवार उनकी चाकरी में लगा था। मेरे साथ उनके कई लम्बे और गहन संवाद हुये। देश की अर्थव्यवस्था से ले कर भूमण्डलीय पर्यावरण, भारतीय दर्शन और भारत के भविष्य के बारे में बहुत मोनोलॉगीय डायलाग हुये। मैं समझता हूं कि उन्होने भविष्य में सब ठीक कर देने की हामी भरी है। उनके इस प्रॉमिस को मुझे बारम्बार याद दिलाते रहना है!

नत्तू पांडे वापस बोकारो के लिये जा चुके हैं। उनके कार्यकलाप अभी भी मन में नाच रहे हैं।   Nattu Allahabad6


39 comments:

  1. मूल से सूद प्यारा होता है..बुजुर्ग यूँ ही नहीं कह गये.

    नत्तू पांड़े को ढ़ेर आशीष..अब हम अपने सपने उनमें जियेंगे, हम तो कौनो काबिल रहे नहींं...शायद इसीलिये प्यारे होते होंगे..


    खूब याद रहती है यह हलचल..और जीने की राह बनाती है..हमारी, आपकी और सबकी!!

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  2. 21 वीं सदी में जन्‍म हुआ है इस पीढी का .. हर सुख सुविधा के साथ शारीरिक और मानसिक विकास हो रहा है इनका .. जब बडे होंगे , शायद बिगाडने के लिए कुछ भी न बचा रहे .. जाहिर है बनाने के लिए ही काम करना होगा .. फिर ये लोग सबकुछ ठीक कर ही लेंगे .. शुभकामनाएं !!

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  3. का पांडे जी आप-हम ब्लॉगर लोगन का एहे तो प्राब्लाम्वा है न ..बताइये ता..इत्ता सा नत्तु पांडे से आप भविष्य के लिए इतना लंबा लंबा वार्तालाप किये...ऊ का करते प्रोमिस्वा ता करबे करेंगे...अरे ई नहीं पूछे की ब्लॉग्गिंग कब शुरू करेंगे....कब आयेंगे दोबारा नत्तु

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  4. लगता है इन दिनों आप और हम लगभग समान अनुभव से गुजर रहे हैं । बस फर्क ये है कि आप नाना बने हैं हम पापा । चर्चाएं हमारी भी अपने पुत्र से कम नहीं होतीं । संगीत से लेकर फिल्‍म और वैश्विक चिंताओं तक सब पर उनकी अपनी राय है । अगर विषय पसंद नहीं आया तो वो अच्‍छों अच्‍छों को खारिज कर देते हैं ।
    नत्‍तू जी को देखकर मजा आया जी ।

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  5. भविष्य में ठीक कर देने का भरोसा अब इन नन्हे, मज़बूत कन्धों पर है.

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  6. नत्तू पाण्डे जी कुछ दिनों के लिए ननिहाल आए और घर को रौनक से भर दिया . सामान की नहीं,वह तो नत्तू बाबू की उपस्थिति की आभा थी जिससे आपको घर भरा-भरा और आलोकित दिख रहा था . वे खूब बड़े हों,ऐसे ही ननिहाल आते रहें और अपने नाना को भारत के भविष्य के प्रति आशावान बनाते रहें . उन्होंने भविष्य में सब ठीक कर देने की हामी जो भरी है . श्री गणेश जी महाराज और हजरत सैयद करामत अली उर्फ लाइन शाह बाबा उन्हें इसकी सामर्थ्य दें .

    नत्तू पाण्डे को बहुत-बहुत आशीष और उनके नाना ज्ञान पाण्डे को आशावान बने रहने के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं .

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  7. यही जीवन और उस की निरंतरता है। आप जिस धार्मिक आस्था के विस्तार की बात कह रहे हैं वह धर्म नहीं हमारी संस्कृति है। हजरत सैयद करामत अली ने कभी किसी तरह जनता की सेवा की होगी, लोगों को अंधकार में मार्ग दिखाया होगा और वे पूज्य हो गए। हम हर उस व्यक्ति को और उस की स्मृति को जिस ने जनता की निस्वार्थ सेवा की, अंधेरे में मार्ग दिखाया नमन करते हैं। वे हमारे इतिहास के प्रकाशित दीपक हैं।

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  8. पर यह तो बताया ही नहीं कि नथू पांडेय जी ने शू शू का आशीर्वाद दिया कि नै:)

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  9. नत्तू पाण्डे जी, ब्लॉगर नाना की मानसिक हलचल में ऐसे ही राहतपूर्ण क्षण जुटाते रहें, यही आशा है.

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  10. "मूल से सूद प्यारा होता है"-समीर जी से पूर्णसहमति.

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  11. नत्तु पांडे को प्यार.. और मासिक जन्मदिन की बधाई..
    झुला बहुत सुन्दर है..

    नत्तु के साथ भविष्य सुखद है!!

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  12. बालक की फोटो देख मुस्कुरा दिये..अब अ ली ली ली तो कर नहीं सकते थे.... सुन्दर....


    आस्थाएं ही भारत की संस्कृति को जीवित रखे रही. यह छत्री समान होती है.

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  13. आपका जवाब नहीं, बहुत ही सलीके से जान-पहचान करवाई।

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  14. बचपन लौट रहा है जी आपका.. नत्तु पांडे की की मुस्कराहट अभी भी फैली होंगी आँगन में.. संभाल कर रखियेगा..

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  15. नत्तू को हमारी उमर लग जाये।

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  16. ""उनके साथ और सभी ने अपने तरीके से सेवा की और खेले। क्या मौज थी!; पूरा परिवार उनकी चाकरी में लगा था। मेरे साथ उनके कई लम्बे और गहन संवाद हुये। देश की अर्थव्यवस्था से ले कर भूमण्डलीय पर्यावरण, भारतीय दर्शन और भारत के भविष्य के बारे में बहुत मोनोलॉगीय डायलाग हुये। मैं समझता हूं कि उन्होने भविष्य में सब ठीक कर देने की हामी भरी है। उनके इस प्रॉमिस को मुझे बारम्बार याद दिलाते रहना है! ""
    यह अच्छा है कि इससे भविष्य की प्लानिंग भी बन गयी .समीर जी ने एक दम सच कहा है -मूल से सूद प्यारा होता है.
    नत्तू पांडे को हमारा भी आशीर्वाद.

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  17. पहले मैं समझता नहीं था कि बच्‍चों में क्‍या खास होता है। कान्‍हे के जन्‍म के बाद उसकी अंगुली की हरकत भी खास लगती। अब कोई बात बोलता है तो घण्‍टों सोचता हूं।

    पाण्‍डेजी घुमाई कर रहे हैं। :) हर मासिक जन्‍मदिन खास है उनका तो। हर दिन ऐसा ही खास बना रहे, ताउम्र।

    स्‍माइली के अलावा हिन्‍दी में आशीर्वाद का भी कोई साइन बनाए जाने की आवश्‍यकता महसूस हो रही है। :)

    अभी तो पूरा लिखकर ही आशीर्वाद दे देते हैं। नत्‍तू को सस्‍नेह आशीर्वाद।

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  18. चलिए नत्तु पांडे के बहाने आप थोड़े धार्मिक हो जायेगे !

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  19. नत्तू पांडे की जय हो। वह जय हो की पीढ़ी से आगे के हैं, उनके लिए चिंतित ना हों। बस उनकी मासिक प्रोग्रेस रिपोर्ट देते रहें।

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  20. आदरणीय ज्ञानदत्त जी,

    नाना-नानी जी को ढेरों बधाईयाँ।

    "नत्तू पाण्डेय" को आशीष ।

    बड़ी ही रोचक पोस्ट हमारी भी आस्था मे वृद्धी कर गई।

    सादर,

    मुकेश कुमार तिवारी

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  21. ऐसा ही होता है मूल सूत संवाद -स्नेहाशीष !

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  22. इस पीढी के पदार्पण के साथ ही जीवन मे एक बदलाव सा शुरु हो जाता है. और सारी व्यस्तताओं के बीच लगता है बस इनके जैसे ही हो जाये..तभी तो यह संवाद आप कर पाये. अभी तो आगे २ देखते जाईये नतु जी और आपके संवाद कितने आनंद दायक होंगे. नतु जि को बहुत प्यार और आपको बहुत शुभकामनाएं.

    रामराम.

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  23. नत्तू पाण्डे से मिलकर अच्छा लगा .

    जब पिछली बार आपने उनसे परिचय कराया था तो हम गावँ गये हुए थे . अभी पहली बार ही मिले .

    हमारी कामना है कि नत्तू हमेशा खुश रहे .

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  24. नत्तू पाण्डे कितने प्यारे है आप, जी में आता है गोद में लेकर गोल-गोल घूम जाऊँ। नानाजी से कितनी लम्बी-चौड़ी बातें करते है। बाप रे !
    सर, अब तो आप को मिठाई खिलानी ही पड़ेगी।

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  25. नत्तू पांडे जिंदाबाद...अभी तो जनाब बहुत छोटे हैं जरा बड़े होने दीजिये फिर देखिये क्या मजा लगायेंगे...इश्वर उन्हें हमेशा खुश रक्खे...
    नीरज

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  26. आज तो नत्तू पांड़े जी ने मजबूर कर ही दिया कि टिपिया के जाएं इधर भले ही दफ्तर से ही क्यों न टिपियाएं ;)

    पहली बात तो नत्तू पांड़े जी के लिए स्नेह व आशीर्वाद ।
    दूसरी बात यह कि आपके मोनोडॉयलाग वार्तालाप
    को बहुत ही दिलकश अंदाज में लिखा है, इस वार्तालाप से वह कहावत वाकई ध्वनित हो रही है जिसमें कहा जाता है कि मूल से सूद प्यारा।

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  27. हजरत सैयद करामत अली उर्फ लाइन शाह बाबा पर कुछ स विस्तार जानकारी बताइयेगा -
    नानी जी ने अच्छा किया
    चि. बाबा को उनके दर्शन करवाये -सच !
    कितना आनँद आता है नन्न्हे मुन्नोँ से वातावरण दीव्य हो जाता है -
    " नत्तू बाबू " को ,
    मेरे भी ढेरोँ आशीर्वाद
    और बिटिया को स्नेहाशिष :)
    "दूधो नहाओ, पूतो फलो "~
    मजे करीये चिँता ना करेँ ~~
    भारत का भावी उज्ज्वल है
    - लावण्या

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  28. नत्तू पाँड़े चल पड़े नानाजी के धाम।
    मन में हलचल मच गयी,लो सब करें सलाम॥

    लो सब करें सलाम, टिप्पणी बढ़ती जाती।
    सूद देखकर हर्षित, जिसको कहते नाती॥

    देश काल की बातें सुनता है यह बत्तू।
    नानाजी को पोस्ट लिखाता है यह नत्तू॥

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  29. देखिये अब पूरा भविष्य नत्तु के कन्धों पर रहेगा. हमारा प्यार एवं आशीर्वाद. मुलाकात करवाने के लिए आभार

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  30. नत्तू पांडे जी एकदम अपने दादा नाना पर गये हैं इसी लिए अभी से इतने लंबे लंबे मोनोलोग बोलते हैं या सुनते हैं और बीच बीच में हूँ करते होगें । बहुत प्यारे लग रहे हैं झूले में , क्या इनका असली नाम भी नत्तू ही है?

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  31. "मेरे साथ उनके कई लम्बे और गहन संवाद हुये। देश की अर्थव्यवस्था से ले कर भूमण्डलीय पर्यावरण, भारतीय दर्शन और भारत के भविष्य के बारे में बहुत मोनोलॉगीय डायलाग हुये।"
    जब आप जैसे ग्रैंडपा का दिग्दर्शन हो तो संवाद लम्बे और गहन ही होंगे। जहां तक मोनोलौग की बात है तो उसकी चिंता न करें क्योंकि दो साल में आप उनकी भाषा बोलना सीख जायेंगे और फिर मोनोलौग दाइलौग में परिपूर्ण हो जाएगा.

    नत्तू पांडे को हमारे आशीर्वचन भी पहुंचें!

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  32. नत्तु पाण्डेय के बचपन ने अपने बच्चों के बचपन की याद दिला दी !!

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  33. नत्तु पांडे को हमारा आशीष।

    इस बार आपने मोनोलॉग सुनाया।
    अगली बार आप स्वयं नत्तु पांडे बन जाइए और एक शिशु का मन टटोलिए और लिख डालिए।
    नत्तु पाँडे की अतिथी पोस्ट की हम प्रतीक्षा करेंगे।
    शुभकामनाएं
    जी विश्वनाथ

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  34. natu pandey se pahli mulakaat hai !! achha lagaa natu pandey ko hamaara dher sara sneh!!

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  35. nattu kaafi sunder hain..aasha kerta hoon aapne unhe jyada bore nahin kiya hoga :)

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  36. नत्तू पांडे की बाल लीला में भी आप गहन संवाद करते रहे ! वाह !

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  37. समीर जी से पूर्ण सहमति.
    नत्तू पांडे की जय हो.

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  38. "उनके इस प्रॉमिस को मुझे बारम्बार याद दिलाते रहना है!"

    ध्यान रखियेगा कहीं उम्मीदों का ज्यादा बोझ न हो जाये,

    नत्तू पाड़े को आर्शीवाद |

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--- सादर, ज्ञानदत्त पाण्डेय