Saturday, April 26, 2008

समाजवादी


एक समाजवादी - एक बेशर्म, निर्लज्ज, भंगार, कबाड़गृह, या इसी तरह के अनूठे नाम के ब्लॉग का सृजक और रेगुलर पोस्ट ठेलक।

दो समाजवादी - वीथिका, पगडण्डी, वातायन, गली, चौराहा जैसे नाम के ज्वाइण्ट ब्लॉग के सदस्य। उनमें एक ब्लॉग मॉडरेटर और दूसरा ब्लॉग एड्मिनिस्ट्रेटर। कोई दूसरे से कमतर नहीं।

तीन समाजवादी - एक अखिल भारतीय समत्वयुक्त जातिविरोधी महासंघ नामक राजनैतिक दल।

चार समाजवादी - दो राजनैतिक दल - 1. अखिल भारतीय समत्वयुक्त जातिविरोधी महासंघ (संगठित) और 2. अखिल भारतीय समत्वयुक्त जातिविरोधी महासंघ (असंगठित)।

पांच समाजवादी - अगले चुनाव के पहले गठित भारत का छठा मोर्चा!

उससे ज्यादा समाजवादी - आप बतायें?! Giggle 2

1. सभी समाजवादियों से अग्रिम क्षमायाचना सहित।

2. 400 वीं पोस्ट गिरते - पड़ते हो ही गयी!

27 comments:

  1. Do samajwaadi matlab do dal. Chunaw paschat dono ka ek morcha.Sarkar banae ke baad ek Pradhanmantri aur dusara sarkari neta vipachhidal.

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  2. 400 वीं पोस्ट में पंगा लेने के लिये बधाई. इसी तरह आगे बढ़ते रहें.

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  3. चार सौवीं पोस्ट की बधाई! २० और भी जल्दी ही होंगी। आशा है।

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  4. @ अनूप शुक्ल - आप पहले अपनी इस पोस्ट की URL में संख्या देख लें। फिर हमारे 420 पोस्टों की कामना करें!:D

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  5. समाजवादी-निम्न दस्तावेज में जनता को मूर्ख बनाने के लिए इस्तेमाल शब्द
    "भारत का संविधान
    उद्देशिका (preamble)
    हम, भारत के लोग भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्व-संपन्न समाजवादी पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए, तथा.........."

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  6. चार सौ वीं पोस्‍ट की बधाईयां ।

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  7. चार सौवीं पोस्ट में पंगा लेकर आप पक्के ब्लॉगर बन गए है. :) बधाई... बहुत बहुत बधाई.

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  8. 400वीं पोस्ट के लिये बढाई.. अब चार सौ बीसवीं का इंतजार है..

    और हमारे साथ तो अनूप जी जैसी कोई समस्या भी नहीं है.. हमने पूरा चेक करके डाला है.. :D

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  9. चार सौवी पोस्ट की बधाई ,लेकिन हमने कही कोई अपनी फ़्रेंचाईजी नही दी है सभी टिप्पणी कार नोट करे :)

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  10. छह समाजवादी मतलब, पुनर्मूसको भव:... वे फिर से अलग-अलग हो जाएंगे और एक नंबर से शुरूआत करेंगे।
    चार सौवीं पोस्ट की बधाई।

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  11. चार सौवीं पोस्ट की बहुत-बहुत बधाई....
    आपके सवाल पर कोई कमेंट नहीं है मेरे पास. आपकी पोस्ट पर कमेंट के मामले में मैं छुट्टी पर हूँ...:-)

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  12. प्रख्यात व्यंग्यकार किट्टूजी ने लिखा था कि समाजवादियों को अगर आप सीरियसली लेंगे, तो समस्या में पड़ेंगे
    हां, अगर नही लेंगें, तो ज्यादा समस्याओं में पड़ेंगे।
    वैसे देखा जाये तो हर मानवीय दर्शन, हर संवेदनशील दर्शन कहीं ना कहीं समाजवाद से जुड़ता है।
    अब कईयों ने उसे मसाजवाद बना दिया है, यह अलग मसला है।
    चार सौंवी पोस्ट के बाद तो आप वीरेंद्र सहवाग से आगे निकल लिये हैं।
    जमाये रहिये।
    अब तो पंगे भी लेने लगे हैं, सही जा रहे है।
    पंगेबाजजी को खबर करता हूं, उनकी गद्दी को खतरा है।

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  13. कोई तो लारा तक पहुँचा,

    बधाई

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  14. समाजवाद पर इतनी वृहद चर्चा। अगले समाजवादी दल के मुखपत्र में सावधान रहें करके उपरोक्त बिंदुओं का उल्लेख होगा।

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  15. पंगेबाज़ का शिष्यत्व ग्रहण कर लिए का?

    अईसन अईसन पोस्टै लिखते हैं और अऊर कहते हैं कि मौज लेना नई आता, अरे ई पोस्ट को देख के तो लागत है कि " सब मौजा ही मौजा"

    बधाई 400 की!!

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  16. शुभकामनाए।


    अभी तो यह अंगडाई है


    आगे और लडाई (रगडाई) है। :)

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  17. आप समाजवादियों की ही बात कर रहे हैं या मसाजवादियों की?
    और चार सौवीं पोस्ट की बधाई भी भाई. चूंकि सभी लोग दे रहे हैं लिहाजा हमने दे दिया, वरना तो हमने थोड़े दिन बाद देने को सोचा था.

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  18. ४००वीं पोस्ट की बधाई. ६ समाजवादी देश का कल्याण, अगर ६ठा आप हों तो.

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  19. हमारी तरफ़ से भी बधाई स्वीकार करे, जलद ही ८०० बी तक भी पहुचे,

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  20. ab woh 6 ho ya 600 aap sab par bhari hai .........400vi post ki badhaiyan

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  21. चार सैकडे पूरे किए सिक्सर जमा के. दुगनी बधाई.

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  22. याद आता है, 'मन्नू भैया की बारात' में परसाईजी ने ऐसे ही नहीं लिखा था कि दो-चार समाजवादियों को भी बारात में साथ ले चलो. बाद में उन्होंने गद्दे फाड़कर समाजवादी होने का पक्का सबूत दिया था. हाआहाहा!

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  23. Congratulations on your 400th Post Gyan bhai sahab & waiting for many more ...
    Rgds,
    L

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  24. गुरु जी की चार सौंवी पोस्ट के लिये बधाई।समाजवाद पढा तो पहले भी था पर यह व्याख्या एकदम नवीन लगी।

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  25. इतनी महत्वपूर्ण ४०० वीं पोस्ट हमसे कैसे मिस हो गयी । पंगा लेने के लिये बधाई । इसका अर्थ है कि सारे समाजवादियों को अकेले ही काम करने देना चाहिये, साथ में मिल बैठने की इजाजत न हो :-)

    एक और समस्या है कि गलती से हमारा ईमेल (स्कूल वाला) कुछ समाजवादियों के हाथ लग गया है और सब लेख पे लेख पेले जा रहे हैं । एक लेख लिखता है तो दूसरा बधाई देने के लिये भी Reply All करता है । अब कम्यूनिस्ट लोग हों तो हम सह भी लें लेकिन समाजवादी...न बाबा न :-)

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--- सादर, ज्ञानदत्त पाण्डेय