tag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post8016673257499346778..comments2024-03-15T04:14:04.408+05:30Comments on मानसिक हलचल: 'बना रहे बनारस' – ये लो यूनुस लास्ट सुट्टा!Gyan Dutt Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-1137258484654285522011-04-10T00:20:28.910+05:302011-04-10T00:20:28.910+05:30भाई जीयह जान अच्छा लगा कि भाभी जी विमर्श कर आप सही...भाई जी<br><br>यह जान अच्छा लगा कि भाभी जी विमर्श कर आप सही निर्णय पर पहुँच पाये.हमारे भी सारे सही निर्णय (थोड़े से ही हैं) पत्नी की सलाह से ही हुये हैं.<br><br>अब जब अगली बार विमर्श करने बैठे तो जरा यह भी पूछ लिजियेगा कि यह जो दाईं ओर ऊपर बाजू में दिये गये सर्वेक्षण के परिणाम घोषित कर उन पर अमल करना शुरु कर दूँ या हमेशा के सिर्फ़ Data Collection Centre (यह इन्गलिश आप की अदा की कॉपी करने का प्रयास है-जैसे जवानी में अमिताभ टाईप बाल रख लेते थे, यह हमारा अपने हीरो को सम्मान देने का अंदाज होता है) बना रहने दूँ भारत सरकार की तरह. लोगों को आशा बनी रहती है कि शायद हमारे दिये वोट पर अमल होगा, तो हो-हल्ला नहीं मचाते. :)<br><br>आभार, बना रहे बनारस के इस अंश के लिये भी.Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-41292890428392821442007-07-28T21:26:00.000+05:302007-07-28T21:26:00.000+05:30भूल सुधार-भैषा को भाषा पढ़ेंभूल सुधार-भैषा को भाषा पढ़ेंबोधिसत्वhttps://www.blogger.com/profile/06738378219860270662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-78031259000659831972007-07-28T21:24:00.000+05:302007-07-28T21:24:00.000+05:30बनारस पर हैदराबाद से कल्पना का एक खास अंक आया है प...बनारस पर हैदराबाद से कल्पना का एक खास अंक आया है प्रयाग शुक्ल के संपादन में। साथ ही आजकल का भी एक अंक आया है। <BR/>मेरे पास इन सबके अलावा करीब 600 पृष्ठों की सामग्री है निछान हिंदी में है। कोशिश में हूं कि संकलित कर दूँ।बोधिसत्वhttps://www.blogger.com/profile/06738378219860270662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-23898842705412324262007-07-28T21:21:00.000+05:302007-07-28T21:21:00.000+05:30भाई काहे ठोका मार कर करेजा छार करे हैं। आपकी भैषा ...भाई काहे ठोका मार कर करेजा छार करे हैं। आपकी भैषा कोई कम धारदार है क्या। हमको अंग्रेजी का अं भी आता तो हम भी ठेलते अब क्या करें।बोधिसत्वhttps://www.blogger.com/profile/06738378219860270662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-16753894274300408782007-07-26T21:51:00.000+05:302007-07-26T21:51:00.000+05:30भाई जीयह जान अच्छा लगा कि भाभी जी विमर्श कर आप सही...भाई जी<BR/><BR/>यह जान अच्छा लगा कि भाभी जी विमर्श कर आप सही निर्णय पर पहुँच पाये.हमारे भी सारे सही निर्णय (थोड़े से ही हैं) पत्नी की सलाह से ही हुये हैं.<BR/><BR/>अब जब अगली बार विमर्श करने बैठे तो जरा यह भी पूछ लिजियेगा कि यह जो दाईं ओर ऊपर बाजू में दिये गये सर्वेक्षण के परिणाम घोषित कर उन पर अमल करना शुरु कर दूँ या हमेशा के सिर्फ़ Data Collection Centre (यह इन्गलिश आप की अदा की कॉपी करने का प्रयास है-जैसे जवानी में अमिताभ टाईप बाल रख लेते थे, यह हमारा अपने हीरो को सम्मान देने का अंदाज होता है) बना रहने दूँ भारत सरकार की तरह. लोगों को आशा बनी रहती है कि शायद हमारे दिये वोट पर अमल होगा, तो हो-हल्ला नहीं मचाते. :)<BR/><BR/>आभार, बना रहे बनारस के इस अंश के लिये भी.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-27026621600358033822007-07-26T17:38:00.000+05:302007-07-26T17:38:00.000+05:30खाक भी जिस जमीं की पारस हैशहर वो मशहूर बनारस हैखाक भी जिस जमीं की पारस है<BR/>शहर वो मशहूर बनारस हैAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-24189071682380962722007-07-26T14:17:00.000+05:302007-07-26T14:17:00.000+05:30ताकि सनद रहे-आलोक पुराणिक की हिमेश रेशमियाई पोस्ट...ताकि सनद रहे-<BR/>आलोक पुराणिक की हिमेश रेशमियाई पोस्ट पर संजीत त्रिपाठीगी का कमेंट-<BR/><BR/>ज्ञान दद्दा, बढ़िया हुआ कि आपने बस जानकारी ही ली रेशमिया के बारे में,दो चार गाने सुन लोगे तो दफ़्तर छोड़ रेलवे लाईन पर इंजन के सामने जाकर खड़े हो जाने की सोचोगे!!ALOK PURANIKhttps://www.blogger.com/profile/09657629694844170136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-35279778707540431682007-07-26T11:56:00.000+05:302007-07-26T11:56:00.000+05:30जे बात!सही चित्रण!!शुक्रिया कि आपने और प्रस्तुत कि...जे बात!<BR/>सही चित्रण!!<BR/><BR/>शुक्रिया कि आपने और प्रस्तुत किया!!<BR/><BR/>ग़ृहमंत्रालय की राय से आपको ऐसी सदबुद्धि फ़िर फ़िर आती रहे!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-91068657289685338482007-07-26T09:09:00.000+05:302007-07-26T09:09:00.000+05:30Sahi hai...Bana Ras...Bhaiya, agar ho sake to ek l...Sahi hai...Bana Ras...<BR/>Bhaiya, agar ho sake to ek lota ras kal aur banaaeeyega...Yunus Bhai ko bidi ka sutta lagta hai, wahi mujhe ras lagta hai.Shivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-58905721664913464902007-07-26T09:07:00.000+05:302007-07-26T09:07:00.000+05:30ये उपरी अदालत मे जाने का रास्ता क्या है,क्या आप सं...ये उपरी अदालत मे जाने का रास्ता क्या है,क्या आप संदेश,शिकायत,पहुचाने के प्रति इमानदारी,दिखाते हुये हमारा संदेश पहुचा देगे..?<BR/>कृ्पया किताब आने पर भेजने के लिये हमारा पता भी नोट किया जाय.रिजरवेशन के साथ..:)Arun Arorahttps://www.blogger.com/profile/14008981410776905608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-31869106996504529742007-07-26T08:36:00.000+05:302007-07-26T08:36:00.000+05:30अरे मज़ा आ गया, ज्ञान जी इसे कहते हैं सही ज्ञान बि...अरे मज़ा आ गया, ज्ञान जी इसे कहते हैं सही ज्ञान बिड़ी । हृदय से धन्यवाद । अब हमने इस पुस्तक को मंगवाने की ठान ली है ।Yunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-85350338690609486062007-07-26T08:35:00.000+05:302007-07-26T08:35:00.000+05:30बढ़िया और नियमित देते रहिये। बनारस विशेषांक की बहू...बढ़िया और नियमित देते रहिये। <BR/>बनारस विशेषांक की बहूत डिमांड है। बनारस पर पढ़ते-पढ़ते पब्लिक कभी नहीं थकेगी। <BR/><BR/>आगे आपने लिखा है-<BR/>चेले को बनारस में भेजा 'बना रहे बनारस' खरीदने. दुकान वाला बोला - छप रही है. महीना - डेढ़ महीना लगेगा आने में.<BR/>इस चेले को हम बताते हैं कि आपके उस्तादजी का नालेज बहूत ज्यादा हो लिया है, सो जनरल नालेज अपडेट नहीं ना कर पाते। हिमेश को नहीं जानेंगे, तो अपने वक्त को नहीं जानेंगे, अपने वक्त के य़ूथ को नहीं जानेंगे। <BR/>वक्त बहूत बदल रहा है, कम से कम मध्य वर्ग के लिए तो यह कहा ही जा सकता। <BR/>सरजी अब दो कम्यूनिटीज हैं-एक आरकुट कम्यूनिटी, और दूसरी चिरकुट कम्यूनिटी। <BR/>अपन दोनों में हैं। <BR/>आप कहां हैं।ALOK PURANIKhttps://www.blogger.com/profile/09657629694844170136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-53616260892398978242007-07-26T07:17:00.000+05:302007-07-26T07:17:00.000+05:30बढ़िया! यह जानकर सुकून मिला कि कोई तो है दुनिया में...बढ़िया! यह जानकर सुकून मिला कि कोई तो है दुनिया में जो आपको हम जैसा बनने के लिये ठेल रहा है। अच्छा लगा यह पाठ!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-23398586194730995872007-07-26T06:47:00.000+05:302007-07-26T06:47:00.000+05:30पहली चीज तो ये कि आप अपने को कमेंटित करने वाले का ...पहली चीज तो ये कि आप अपने को कमेंटित करने वाले का ध्यान रखते हैं यदि वो गान्धीगिरी पर उतर आये तो.इससे हौसला बढ़ा कि अब हम भी गान्धीगिरी कर सकते हैं..दूसरा यह कि आप महतवपूर्ण फैसलों से पहले भाभी जी की राय लेते हैं..इसलिये हमे अपनी गुहार कहाँ लगानी है ये भी समझ आ गया. <BR/><BR/>यह लेखांश तो अच्छा था..मजा आया पढकर...काकेशhttps://www.blogger.com/profile/12211852020131151179noreply@blogger.com