tag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post4211388684480594879..comments2024-03-15T04:14:04.408+05:30Comments on मानसिक हलचल: वह मर कर परिवार का भला कर गयाGyan Dutt Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comBlogger49125tag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-45175209264629237522011-04-10T00:13:38.350+05:302011-04-10T00:13:38.350+05:30जो लोग जीवन की कठिनाइयों से सबक लेते हैं, बेहतर भव...जो लोग जीवन की कठिनाइयों से सबक लेते हैं, बेहतर भविष्य उनका इंतजार कर रहा होता है। भाभी जी का लेखन अक्सर प्रेरणादायक होता है, उनका आभार।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-52583073225462771392011-04-10T00:13:37.849+05:302011-04-10T00:13:37.849+05:30चूंकि पैसा अब एक शराबी के हाथ नहीं, एक कुशल गृहणी ...चूंकि पैसा अब एक शराबी के हाथ नहीं, एक कुशल गृहणी के हाथ आता है, तो उसके घर पर लक्ष्मी और सरस्वती की कृपा साथ-साथ नजर आती है। <br><br>शायद जीवित रहते हुये भी सहचरी की इस प्रबन्धन क्षमता का लाभ लिया जाये तो रिजल्ट और भी बढिया रहेंगे ! <br><br>आपको इस लेख के लिये बहुत धन्यवाद !<br><br>राम राम !Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-69622942385707695272011-04-10T00:13:37.274+05:302011-04-10T00:13:37.274+05:30काश इस देवी की दृढ़ इच्छा शक्ति उस शराबी का शराब छु...काश इस देवी की दृढ़ इच्छा शक्ति उस शराबी का शराब छुड़ाने में कामयाब हो पायी होती...। <br><br>खैर ईश्वर की व्यवस्था के आगे हम सभी नतमस्तक हैं। शायद उसके हाथ में यही समाधान रहा हो। इनके परिश्रम, धैर्य और सही सोच की क्रेडिट इन्हे अवश्य दी जानी चाहिए।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-83308780843822994362008-12-30T11:44:00.000+05:302008-12-30T11:44:00.000+05:30चूंकि पैसा अब एक शराबी के हाथ नहीं, एक कुशल गृहणी ...चूंकि पैसा अब एक शराबी के हाथ नहीं, एक कुशल गृहणी के हाथ आता है, तो उसके घर पर लक्ष्मी और सरस्वती की कृपा साथ-साथ नजर आती है। <BR/><BR/>बिल्कुल सही!स्वातिhttps://www.blogger.com/profile/06459978590118769827noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-23330103977869786682008-12-23T12:24:00.000+05:302008-12-23T12:24:00.000+05:30जो अपने परिवार की जिम्मेदारियां उठाने की बजाय शरा...जो अपने परिवार की जिम्मेदारियां उठाने की बजाय शराब के नशे में डूबना ज़्यादा पसंद करता है भले ही उसके लिए उसकी जेब में गुंजाइश हो या नहीं, वो अगर स्त्री पर हाथ उठा देता है तो हैरानी क्या है? आखिर अंतरात्मा तो उसकी पहले ही मर चुकीindianrjhttps://www.blogger.com/profile/16452757563692397750noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-57538114400407425822008-12-21T21:40:00.000+05:302008-12-21T21:40:00.000+05:30बहुत बढ़िया लेख! और बहुत ही बढ़िया टिप्पणियाँ !प्रत्...बहुत बढ़िया लेख! और बहुत ही बढ़िया टिप्पणियाँ !प्रत्येक टिप्पणीकर्ता अपनी मानसिकता दर्शा गया है। यह एक बढ़िया मनोवैज्ञानिक टेस्ट माना जा सकता है। सब आकर अपनी मानसिकता दर्ज करा गए। काश कुछ ऐसा ही टेस्ट विवाह पूर्व लिया जा सकता और वोट देने से पहले नेता का लिया जा सकता !<BR/>घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-21174663064131350302008-12-21T14:55:00.000+05:302008-12-21T14:55:00.000+05:30औरत पर हाँथ उठाना मानसिक दिवालियेपन का द्योतक है ,...औरत पर हाँथ उठाना मानसिक दिवालियेपन का द्योतक है , बहुत अच्छा लिखा है आपने !malahttps://www.blogger.com/profile/09493715792470271562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-5921439700824422792008-12-21T14:50:00.000+05:302008-12-21T14:50:00.000+05:30रीता जी, सचमुच आपके लेखन में कलात्मकता है, पोस्ट ...रीता जी, सचमुच आपके लेखन में कलात्मकता है, पोस्ट तारीफ योग्य है।गीतेशhttps://www.blogger.com/profile/14766567920202691433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-35404318580833714682008-12-21T14:41:00.000+05:302008-12-21T14:41:00.000+05:30बुराईयाँ कोई भी हो अच्छी नही होती और न संस्कृति और...बुराईयाँ कोई भी हो अच्छी नही होती और न संस्कृति और संस्कार के अनुकूल हीं , अच्छी रचना , आपका आभार !रवीन्द्र प्रभातhttps://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-6844515934642171782008-12-21T12:46:00.000+05:302008-12-21T12:46:00.000+05:30आप तो पिटाई की बात पर आश्चर्य कर रहें हैं. दरअसल ...आप तो पिटाई की बात पर आश्चर्य कर रहें हैं. दरअसल शराबी के लिए तो सारी वर्जनाएं ही टूट जाती हैं. शरीर के घाव तो भर जाते हैं लेकिन शराब पीकर कही गई बातों के घाव जिंदगीभर पीछा नहीं छोड़ते.indianrjhttps://www.blogger.com/profile/16452757563692397750noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-24399692075223099902008-12-20T23:50:00.000+05:302008-12-20T23:50:00.000+05:30"ज्ञान" जी (मानसिक हलचल वाले नहीं), ढुँढने पर एक-द..."ज्ञान" जी (मानसिक हलचल वाले नहीं), ढुँढने पर एक-दो नही, कई पति मिलेंगे, जिसने अपनी पत्नी पर आजीवन हाथ ना उठाया होगा| नारी और बच्चो पर हाथ उठाना तो कोई पत्थर दिल ही कर सकता है।akumarjainhttps://www.blogger.com/profile/16505284706393853896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-29745990222366995592008-12-20T16:17:00.000+05:302008-12-20T16:17:00.000+05:30हे भगवान ये मै क्या पढ रहाः हू..........ये ज्ञान ज...हे भगवान ये मै क्या पढ रहाः हू..........<BR/>ये ज्ञान जी पूछ रहे है <B>क्या दुनिया में कोई ऐसा पति है जिसने अपनी पत्नी पर हाथ ना उठाया हो? किसी ने कम, तो किसी ने ज़्यादा, यह काम तो किया ही होगा।</B> मतलब पत्नी कोई बधुआ पशु है जिसके गले मे रस्सा डाल कर आपके हाथ मे थमा दिया गया है ? आप जैसे पढे लिखे भद्र पुरुष से यह उम्मीद ना थी आप कहा से आ गये इस समाज मे जंगल मे वापस लौट जाईये श्रीमान <BR/><BR/><BR/><BR/><BR/>कृपया ध्यान दे ये ज्ञान जी मानसिक हलचल वाले ज्ञान जी नही है . वो तो खुद हमारी तरह पत्नी से डरते है .और सारा जीवन इसी विचार मे कट रहा हैकि किसी दिन हम भी हिम्मत करके उन्हे जोर से जवाब दे पाये :)Arun Arorahttps://www.blogger.com/profile/14008981410776905608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-2518841643112602532008-12-20T13:41:00.000+05:302008-12-20T13:41:00.000+05:30यह एक दृढ़ इच्छाशक्ति वाली कर्मठ महिला की कहानी है...यह एक दृढ़ इच्छाशक्ति वाली कर्मठ महिला की कहानी है जिसे पति की म्रत्यु के बाद आर्थिक सुरक्षा मिल गयी.<BR/> हमारे समाज में ऐसे और भी बहुत से उदाहरण मिल जायेंगे. टिप्पणिकार की यह टिप्पणि - 'या फिर बताईयेगा कि क्या दुनिया में कोई ऐसा पति है जिसने अपनी पत्नी पर हाथ ना उठाया हो? किसी ने कम, तो किसी ने ज़्यादा, यह काम तो किया ही होगा।' सरासर ग़लत है .आश्चर्य होता है कि शिक्षित सभ्य समाज ऐसा सोच भी कैसे सकता है.पुरुष को गाली देना भी उचित नहीं. ऐसे पुरुष भी मिल जायेंगे जिन्होंने माता और पिता दोनों का ही कर्तव्य निभाया है.hem pandeyhttps://www.blogger.com/profile/08880733877178535586noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-74434572596458258692008-12-20T09:19:00.000+05:302008-12-20T09:19:00.000+05:30"ज्ञान" जी ( मानसिक हलचल वाला नहीं, यह कोई और होगा..."ज्ञान" जी ( मानसिक हलचल वाला नहीं, यह कोई और होगा)<BR/><BR/>------------<BR/>आपके विचार<BR/>-------------<BR/>========<BR/>हमारी प्रतिक्रिया<BR/>========<BR/>------------------------------------------------<BR/>आप लोग कितनी सहजता से किसी मृत व्यक्ति के लिए 'कमीना' शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं।<BR/>--------------------------------------------------<BR/>=====================================<BR/>वह केवल इसलिए के इससे भी ज्यादा शक्तिशाली या भावुक शब्द हम लोग इस सार्वजनिक मंच पर प्रयोग नहीं करना चाहते।<BR/>व्यक्ति मृत है तो क्या हुआ?<BR/>हिटलर, रावण, कंस जैसे लोग अब नहीं रहे।<BR/>क्या हम उनका गुण गान में लग जाएं?<BR/>==============================<BR/>-------------------------<BR/>क्या इस शब्द का इस्तेमाल करने वाले यह मानते हैं कि पत्नी की अंधाधुंध पिटाई करने वाला कमीना है, फिर चाहे वह शराबी हो या ना हो।<BR/>---------------------------------------<BR/>================<BR/>जो अपनी पत्नि को पीटता है वह हमारी नज़रों में कमीना ही रहेगा।<BR/>शराब यदि पीता है तो उसे क्या पीटने का लाइसेन्स मिलता है?<BR/>शराब पीने के बाद यदि वह अपने आप पर काबू नहीं रख सकता तो उसे शराब छोड़ना चाहिए।<BR/>==========================<BR/><BR/>------------------------------------<BR/>या फिर बताईयेगा कि क्या दुनिया में कोई ऐसा पति है जिसने अपनी पत्नी पर हाथ ना उठाया हो?<BR/>----------------------------------<BR/>================================<BR/>पूरी इमानदारी से कह सकता हूँ कि ३३ साल में कई बार पत्नि से झडप हुई है पर एक पार भी मैंने उसपर हाथ नहीं उठाया। एक बूँद शराब भी नहीं पी। मेरे जैसे हजारों मर्द होंगे। यकीन मानिए पत्नि को न पीटना कोई मुश्किल या असंभव काम नहीं है!<BR/>=====================<BR/>----------------------------------<BR/>मैं तो आपकी सहजता पर हैरान हूँ!<BR/>---------------------------------<BR/>=================<BR/>हम भी आपके विचारों से हैरान हैं<BR/>===================G Vishwanathhttps://www.blogger.com/profile/13678760877531272232noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-30318975170793358772008-12-20T03:47:00.000+05:302008-12-20T03:47:00.000+05:30काश ये प्रबंधन और इच्छा शक्ति उसको शराबी से इंसान ...काश ये प्रबंधन और इच्छा शक्ति उसको शराबी से इंसान बनाने में लगाई होती! खैर जो हुआ प्रभु इच्छा!!नितिन | Nitin Vyashttps://www.blogger.com/profile/14367374192560106388noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-66159640130983422872008-12-19T23:40:00.000+05:302008-12-19T23:40:00.000+05:30आप लोग कितनी सहजता से किसी मृत व्यक्ति के लिए 'कमी...आप लोग कितनी सहजता से किसी मृत व्यक्ति के लिए 'कमीना' शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं।<BR/>क्या इस शब्द का इस्तेमाल करने वाले यह मानते हैं कि पत्नी की अंधाधुंध पिटाई करने वाला कमीना है, फिर चाहे वह शराबी हो या ना हो।<BR/><BR/>दुनिया के किसी भी हिस्से में, क्या किसी भी कथित कमीने पति द्वारा पिटाई की पृष्ठ्भूमि को (आपमें से)कोई एक व्यक्ति भी जानता है?<BR/><BR/>या फिर बताईयेगा कि क्या दुनिया में कोई ऐसा पति है जिसने अपनी पत्नी पर हाथ ना उठाया हो? किसी ने कम, तो किसी ने ज़्यादा, यह काम तो किया ही होगा।<BR/><BR/>मैं तो आपकी सहजता पर हैरान हूँ!ज्ञानhttps://www.blogger.com/profile/03778728535704063933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-30454722331460230312008-12-19T21:16:00.000+05:302008-12-19T21:16:00.000+05:30डाक्टर अनुराग जी से वाकिफ रखते हुये,ऐसे कमीने मरते...डाक्टर अनुराग जी से वाकिफ रखते हुये,ऐसे कमीने मरते भी तो नहीं जल्दी...<BR/><BR/>बेहद रोचक शैलीगौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-69131072142152172372008-12-18T23:51:00.000+05:302008-12-18T23:51:00.000+05:30नहीं, शराबी ड्रायवर ने मर कर भला नहीं किया । नौकरी...नहीं, शराबी ड्रायवर ने मर कर भला नहीं किया । नौकरी तो वह भी कर रहा था और बाद में उसकी पत्नी ने भी नौकरी ही की । वास्तविकता तो वह है जो आपने कही - पैसा अब किसी शराबी के हाथ में नहीं आ रहा था ।<BR/>अपने बीमा व्यवसाय के कारण मुझे घर-घर घूमना पडता है । अपवादों को छोड दें तो मेरा अनुभूत दावा है कि 'पुरुष कमाना जानता है, खर्च करना नहीं और घर चलाना तो बिलकुल ही नहीं जानता ।' यह तो 'स्त्री' का बडप्पन है जो पुरुष का अहम् बना हुआ है और तुष्ट भी होता रहता है । निश्चय ही यही कारण है कि हमारे शास्त्रों, पुराणों ने मुक्त कण्ठ 'स्त्री गुणगान' किया । यह कृपा नहीं, स्त्री का सहज स्वाभाविक अधिकार है ।<BR/>सुन्दर पोस्ट के लिए साधुवाद और अभिनन्दन ।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-25000795766388017942008-12-18T23:28:00.000+05:302008-12-18T23:28:00.000+05:30नारी सयानी हो तो नरक को स्वर्ग बना देती है, ओर मुर...नारी सयानी हो तो नरक को स्वर्ग बना देती है, ओर मुर्ख हो तो स्वर्ग को भी नरक बना देती है... आप ने बहुत सुंदर बात कही, हम ने भी ऎसी बाते अपने आसपास देखी है.<BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-81447822992942922332008-12-18T22:52:00.000+05:302008-12-18T22:52:00.000+05:30भविष्य के गर्भ में क्या छुपा है , किसी को पता नही ...भविष्य के गर्भ में क्या छुपा है , किसी को पता नही होता.<BR/>घटनाएं होने के बाद..........<BR/>परिणाम आने के बाद............<BR/><BR/>शब्द देने वाले अपनी -अपनी समझ से शब्द देते हैं ........<BR/>जैसे हम टिप्पणियां करते हैं मन में छुपे इस अहसास के साथ कि ऐसे विचार , ऐसे भावः अपन के मन में क्यों न आए. <BR/><BR/>चन्द्र मोहन गुप्तMumukshh Ki Rachanainhttps://www.blogger.com/profile/11100744427595711291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-41287053938505725142008-12-18T21:01:00.000+05:302008-12-18T21:01:00.000+05:30बहुत सुन्दर पोस्ट.समाज में ऐसे चरित्र भी मिलते हैं...बहुत सुन्दर पोस्ट.<BR/><BR/>समाज में ऐसे चरित्र भी मिलते हैं. मैं स्वयं परिचित हूं ऐसी एक (पूर्व में) अत्यन्त अल्पशिक्षित महिला से जिन्होंने पति के निकम्मेपन और शराबखो़री से आज़िज आकर घर से बाहर कदम रखा, पहले अपने दम पर स्कूल की शिक्षा पूरी की, फ़िर स्नातक की, कड़ी मेहनत करते हुए चारों बच्चों को काबिल बनाया, अपना स्वयं का मकान खड़ा किया. समाज में प्रतिष्ठा हासिल की.<BR/><BR/>बच्चे बेहद संस्कारवान और सभ्य हैं. पिता की जरा भी छाया नजर नहीं आती.<BR/><BR/>लेकिन सबसे बड़ी बात ये कि इतने संघर्षमय जीवन के बावजूद इनके चेहरे पर हमेशा मुस्कान ही दिखी. पतिदेव जीवित हैं, पर अब तो कुछ करने के काबिल ही नहीं रहे.Ghost Busterhttps://www.blogger.com/profile/02298445921360730184noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-53101695364771801752008-12-18T20:56:00.000+05:302008-12-18T20:56:00.000+05:30मुझे तो लगता है हम सभी का इस तरह के किसी न किसी पर...मुझे तो लगता है हम सभी का इस तरह के किसी न किसी परिवार से जरूर साबका पडा है....भले ही कारण शराब के बजाय कोई दूसरा ही क्यों न हो। प्रेरक पोस्ट।सतीश पंचमhttps://www.blogger.com/profile/03801837503329198421noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-86661523148731499332008-12-18T19:43:00.000+05:302008-12-18T19:43:00.000+05:30वह साला मर कर परिवार का भला कर गया” पर आम तौर पर ...वह साला मर कर परिवार का भला कर गया” <BR/><BR/><BR/>पर आम तौर पर ऐसे कमीने भी इतनी जल्दी नही मरते .....औरत दुःख में एक दूसरा रूप धारण कर लेती है....डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-5215412667468052252008-12-18T19:29:00.000+05:302008-12-18T19:29:00.000+05:30sau baaton ki ek baat.. is baar bhi comment karne ...sau baaton ki ek baat.. is baar bhi comment karne me G.Vishnath ji ka hi comment sab par bhari par raha hai.. vaise bhi unakaa prashn jayaj hai..PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-71217380363823424242008-12-18T16:40:00.000+05:302008-12-18T16:40:00.000+05:30लोग कहते हैं कि भगवान जो कुछ करता है, अच्छा ही कर...लोग कहते हैं कि भगवान जो कुछ करता है, अच्छा ही करता है। इस नजरिये से भी देखें, तो यह अच्छा ही हुआ।<BR/><BR/>मार्मिक संस्मरण, प्रस्तुति के लिए शुक्रिया।adminhttps://www.blogger.com/profile/09054511264112719402noreply@blogger.com