tag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post3515534769474140197..comments2024-03-15T04:14:04.408+05:30Comments on मानसिक हलचल: बथुआ - सर्दियों की स्वास्थ्यवर्धक वनस्पतिGyan Dutt Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comBlogger22125tag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-29444363206584011082013-06-11T16:51:33.768+05:302013-06-11T16:51:33.768+05:30oh wow...what a paratha..veru innovative twist to ...oh wow...what a paratha..veru innovative twist to stuffed paratha!<br /><a href="http://apanirasoi.in" rel="nofollow">Indian Vegetarian Recipes</a><br />Apanihttps://www.blogger.com/profile/12172691853274326004noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-17972478122981375972007-12-14T00:28:00.001+05:302007-12-14T00:28:00.001+05:30बथुए का रायता बचपन में खाते थे इसकी कुछ धुंधली सी ...बथुए का रायता बचपन में खाते थे इसकी कुछ धुंधली सी याद है, पर अब तो शायद पहचान भी न पायें। बम्बई के बाजारों में तो कभी देखा नहीं । पर जानकारी के लिए शुक्रिया, अब ढूढेगेंAnita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-25690914241138475412007-12-14T00:28:00.000+05:302007-12-14T00:28:00.000+05:30बथुए का रायता बचपन में खाते थे इसकी कुछ धुंधली सी ...बथुए का रायता बचपन में खाते थे इसकी कुछ धुंधली सी याद है, पर अब तो शायद पहचान भी न पायें। बम्बई के बाजारों में तो कभी देखा नहीं । पर जानकारी के लिए शुक्रिया, अब ढूढेगेंAnita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-11144050991114084142007-12-12T21:32:00.000+05:302007-12-12T21:32:00.000+05:30पंकज अवधिया > मेरी कविता से ज्ञान जी ज्यादा आहत हु...<B>पंकज अवधिया > मेरी कविता से ज्ञान जी ज्यादा आहत हुये हो तो मै क्षमाप्रार्थी हूँ।</B><BR/>कतई ऐसा नहीं है। सोचने के ढ़ंग में इतने अंतर का मार्जिन तो होना ही चाहिये। अन्यथा हम एक दूसरे के क्लोन न होते! <BR/>आपने मेरी प्रशंसा की - धन्यवाद।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-91628908466446317062007-12-12T21:08:00.000+05:302007-12-12T21:08:00.000+05:30आप सभी की टिप्पणियो के लिये आभार। आशा है आप सभी इन...आप सभी की टिप्पणियो के लिये आभार। आशा है आप सभी इन सब नुस्खो का प्रयोग दैनिक जीवन मे भी कर रहे होंगे। <BR/><BR/>पोस्ट आने से दो-तीन दिन पहले तक मुझे लगता है कि काश मै अदृश्य रूप से ज्ञान जी के पीछे होता और उनकी तैयारियो को देख पाता। वे बहुत मेहनत करते है। वरना आप मेरे मूल लेख को देखे तो वह इतना रोचक नही लगेगा। <BR/><BR/>संजीव जी कुथुआ बथुआ नही है। कुथुआ अलग प्रकार की वनस्पति है और आम तौर पर इसका प्रयोग बथुआ की तरह नही होता। आप दुर्ग की सब्जी मंडी पर जाये और बथुआ मांगे तो यह आपको अवश्य मिल जायेगी। <BR/><BR/>मेरी कविता से ज्ञान जी ज्यादा आहत हुये हो तो मै क्षमाप्रार्थी हूँ। पर मुझे लगता है अन्धेर नगरी चौपट राजा मे यदि सुधार करना ही है तो प्रजा से नही राजा से शुरूआत करनी होगी।Pankaj Oudhiahttps://www.blogger.com/profile/06607743834954038331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-14185701741293573912007-12-12T17:50:00.001+05:302007-12-12T17:50:00.001+05:30ज्ञान जी, बथुवा खाए टू जमाना बीत गया है..और आपने ब...ज्ञान जी, बथुवा खाए टू जमाना बीत गया है..<BR/>और आपने बीते ज़माने की याद दिला दी..<BR/>सच में आज मम्मी के हाथ का बथुवा खाने का जी करने लगा.. बस बथुवा का साग(मार वाला) और भात..PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-41320611218151826722007-12-12T17:50:00.000+05:302007-12-12T17:50:00.000+05:30क्या बात है!!वाकई अपने अवधिया जी ये सब ज्ञान का खज़...क्या बात है!!<BR/>वाकई अपने अवधिया जी ये सब ज्ञान का खज़ाना है, मेरा घर और उनका घर मुश्किल से पांच-छह मिनट के फासले पर होगा पर मुलाकात ही नही हो पाई है कभी।Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-27906111096478947682007-12-12T17:42:00.000+05:302007-12-12T17:42:00.000+05:30अच्छी जानकारी है पंकज भाई छत्तीसगढ में इसे कुथुआ...अच्छी जानकारी है पंकज भाई छत्तीसगढ में इसे कुथुआ कहते हैं ना ? कृपया यही जानकारी दीजियेगा ।36solutionshttps://www.blogger.com/profile/03839571548915324084noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-18025114196466803702007-12-12T16:02:00.000+05:302007-12-12T16:02:00.000+05:30आज पता चला कि अंग्रेज़ लोग बथुआ नहीं, चेनोपोडियम अ...आज पता चला कि अंग्रेज़ लोग बथुआ नहीं, <A HREF="http://images.google.co.in/images?hl=hi&q=chenopodium%20album&oe=UTF-8&um=1&ie=UTF-8&sa=N&tab=wi" REL="nofollow">चेनोपोडियम अल्बम</A> के पराँठे खाते हैं! :) वैसे जब आप गूगल की कड़ी दें तो hl=hi कर सकते हैं।आलोकhttps://www.blogger.com/profile/03688535050126301425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-77759233242237267732007-12-12T16:00:00.000+05:302007-12-12T16:00:00.000+05:30सही है, वैसे मेरे यहाँ बथुआ काफ़ी महँगा मिलता है, ...सही है, वैसे मेरे यहाँ बथुआ काफ़ी महँगा मिलता है, कभी कभी एक गुच्छी १० रुपए तक की भी - क्योंकि पराँठों के लिए काफ़ी लोकप्रिय है।आलोकhttps://www.blogger.com/profile/03688535050126301425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-17550008197660262592007-12-12T15:53:00.000+05:302007-12-12T15:53:00.000+05:30bathuye ke paraanthey to sardiyon ki shuruaat se h...bathuye ke paraanthey to sardiyon ki shuruaat se hi khaaye jaaney lagtey hain hamarey yahan ..magar faaydeymand bhi hai aaj gyaat huaa..bahut aabhaarपारुल "पुखराज"https://www.blogger.com/profile/05288809810207602336noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-4093369941802675092007-12-12T15:49:00.000+05:302007-12-12T15:49:00.000+05:30बथुए को सिर्फ रायता बनाकर ही खाया था लेकिन आज रोगो...बथुए को सिर्फ रायता बनाकर ही खाया था लेकिन आज रोगों के इलाज़ में कैसे इस्तेमाल करना है यह नई जानकारी है... बहुत बहुत धन्यवाद....यहाँ न नीम न बथुआ है..इन्हे पाने का कुछ उपाय सोचना पड़ेगा .मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-77434758852001064992007-12-12T13:53:00.000+05:302007-12-12T13:53:00.000+05:30ये टिप्पणी तो नही है, पर कुछ अटपटा लग रहा है, इसलि...ये टिप्पणी तो नही है, पर कुछ अटपटा लग रहा है, इसलिये लिख रहा हूँ।<BR/>मुझे लग रहा है कि Comments welcomed in English also! को Comments are welcome in English too लिखा जाय तो अच्छा लगेगा :)।RC Mishrahttps://www.blogger.com/profile/06785139648164218509noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-53907083437346952572007-12-12T12:27:00.000+05:302007-12-12T12:27:00.000+05:30न केवल परांठा बल्कि हमारे यहां तो बथुए का रायता भी...न केवल परांठा बल्कि हमारे यहां तो बथुए का रायता भी बहुत बनता है। और काफी स्वादिष्ट भी होता है। हाँ बथुए इतना लाभकारी है ये पता नही था।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-56861330150053043342007-12-12T12:04:00.000+05:302007-12-12T12:04:00.000+05:30धांसू पोस्ट है। कालजयी पोस्ट यही होती है। बाकी सा...धांसू पोस्ट है। कालजयी पोस्ट यही होती है। बाकी सारे विषय अप्रासंगिक हो जायेंगे, पर बथुआ और हल्दी की उपयोगिता अब से एक हजार सालों बाद भी बनी रहेगी।ALOK PURANIKhttps://www.blogger.com/profile/09657629694844170136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-38453377346467206362007-12-12T11:58:00.000+05:302007-12-12T11:58:00.000+05:30हाँ जी बथुआ का प्रयोग तो हमारे घर मे लगभग पूरे जा...हाँ जी बथुआ का प्रयोग तो हमारे घर मे लगभग पूरे जाड़े के मौसम होता है. बिल्कुल उसी तरह जैसे आपने बताया. कभी कढ़ी, कभी परौठा, कभी पकौडे तो कभी सब्जी और अपन तो रात मे भी खाते है. ये दीगर बात है कि अपन को परौठा और पकौडे ज्यादा पसंद है. क्यों ? ये बात हमारी भौगोलिक संरचना देखकर ही कोई समझ पायेगा.बालकिशनhttps://www.blogger.com/profile/18245891263227015744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-87461391594296885742007-12-12T11:13:00.000+05:302007-12-12T11:13:00.000+05:30स्वास्थ्यवर्धक औषधि के बारे मे अपने बढ़िया जानकारी...स्वास्थ्यवर्धक औषधि के बारे मे अपने बढ़िया जानकारी दी है जिसके लिए आपको धन्यवाद. हमारे देश मे वनस्पतियों का भंडार भरा पुरा है बस जरुरत है जानने और पहचानने की | समय समय पर इसी तरह की जानकारी प्रदान करते रहे.समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-6774600546807386052007-12-12T10:15:00.000+05:302007-12-12T10:15:00.000+05:30"कॉपीराइट चित्र का प्रयोग न करने की बात के चलते मे..."कॉपीराइट चित्र का प्रयोग न करने की बात के चलते मेरी पत्नी और मैं मार्किट गये"<BR/><BR/>इसका मतलब यह हुआ ज्ञान जी कि सारथी का असर न केवल चिट्ठाकारी पर पड रहा है, बल्कि परिवारों पर भी पड रहा है. अब हम अपनी धर्मपत्नी को यह लेख दिखा देते हैं जिससे उनको भी पता चले कि एक चिट्ठे के अनेक प्रभाव है !!<BR/><BR/>चित्र अच्छे आये हैं. यदि हर चिट्ठाकार इस तरह चित्र खीचने की आदत डाल ले तो काफी देशज जानकारी का चित्रीकरण हो जायगा.Shastri JC Philiphttps://www.blogger.com/profile/00286463947468595377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-63193505020886287122007-12-12T08:59:00.000+05:302007-12-12T08:59:00.000+05:30तो यह कहिए नबथुआ खाओस्वास्थ्य बनाओ....अच्छा है...तो यह कहिए न<BR/>बथुआ खाओ<BR/>स्वास्थ्य बनाओ....<BR/>अच्छा है...बोधिसत्वhttps://www.blogger.com/profile/06738378219860270662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-10189902735772106052007-12-12T07:59:00.000+05:302007-12-12T07:59:00.000+05:30भाई, बथुआ और बथुई, हम दोनों ही खाते हैं। आप के चित...भाई, बथुआ और बथुई, हम दोनों ही खाते हैं। आप के चित्र में जो है, बथुई लग रही है, यह अधिक गुणकारी है। आजकल की सबसे बड़ी बीमारी कब्ज की बेहतरीन दवा। अभी सुबह इस की कढ़ी बनने वाली है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-90521666411371464622007-12-12T06:33:00.000+05:302007-12-12T06:33:00.000+05:30बथुआ हम खाते हैं। लेकिन रात को मनाही काहे? काफ़ी चम...बथुआ हम खाते हैं। लेकिन रात को मनाही काहे? काफ़ी चमकदार है फोटो।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-15634967912392888712007-12-12T06:16:00.000+05:302007-12-12T06:16:00.000+05:30लेख पढ़कर बथुआ के बारे में पता चला । यदि इसके दि चा...लेख पढ़कर बथुआ के बारे में पता चला । यदि इसके दि चार पत्तों पर ही फोकस करते तो पहचान अधिक सरल हो जाती ।<BR/>घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.com