tag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post3141116744192307630..comments2024-03-15T04:14:04.408+05:30Comments on मानसिक हलचल: एसएमएस आर्धारित भुगतान व्यवस्थाGyan Dutt Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-46777901624551348962007-08-22T23:56:00.000+05:302007-08-22T23:56:00.000+05:30सही है। वैसे आलोक पुराणिक जी की बात ज्यादा सही है ...सही है। वैसे आलोक पुराणिक जी की बात ज्यादा सही है कि आप पैसे जुगाड़ बतायें, खर्चा वे खुद कर लेंगे।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-41109392393962610192007-08-22T18:55:00.000+05:302007-08-22T18:55:00.000+05:30बिल्कुल सही कह रहे हैं:समय बहुत तेज चल रहा है - पर...बिल्कुल सही कह रहे हैं:<BR/><BR/>समय बहुत तेज चल रहा है - परिवर्तन बड़ी तेजी से हो रहे हैं!<BR/><BR/>--हर बार हम आते हैं भारत तो बस मुँह से यही निकलता है-<BR/><BR/>बदले बदले मेरे सरकार नजर आते हैं<BR/>कभी इस पार तो कभी उस पार नजर आते हैं....पाजिटिव वे में. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-81673483437958973802007-08-22T14:29:00.000+05:302007-08-22T14:29:00.000+05:30पैसे का भुगतान तो मोबाइल, ईमेट,डीमेट, सीकेट से हो ...पैसे का भुगतान तो मोबाइल, ईमेट,डीमेट, सीकेट से हो जायेगा, पर भुगतान का पईसा कऊन सा कारपोरेशन और कऊन सा बैंक देने आयेगा। सरजी खर्च के तौर-तरीकों पर तो हम सोच लेगे, पर कमाई का जुगाड़ बताइये ना। <BR/>राग दरबारी में आदरणीय़ श्रीलाल शुक्जी ने एक जगह जो लिखा है, उसका आशय़ है कि गांवों में दीवारों पर लिखे विज्ञापन बताते थे कि गांव वालों को बचत के लिए डाकखाने में जाना चाहिए। पर बचत के लिए कमाई कैसे होगी, बचत के लिए पैसा कहां से आयेगा, वह इश्तिहार नहीं ना बताते थे। आप भी नहीं बता रहे हैं।ALOK PURANIKhttps://www.blogger.com/profile/09657629694844170136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-44610359207213138012007-08-22T12:02:00.000+05:302007-08-22T12:02:00.000+05:30पे-मेट की तरह एम-चेक भी है. दोनों सुविधाओं पर एक आ...पे-मेट की तरह एम-चेक भी है. दोनों सुविधाओं पर एक आलेख निरंतर पर <A HREF="http://www.nirantar.org/0507/tech-deergha/mobile" REL="nofollow">यहां</A> है.रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-33141555056361994362007-08-22T11:01:00.000+05:302007-08-22T11:01:00.000+05:30हमारे यहाँ KNET तो जमाने से था, काफी समय पहले M...हमारे यहाँ <A HREF="http://www.knet.com.kw/aboutus.html" REL="nofollow">KNET </A> तो जमाने से था, काफी समय पहले <A HREF="http://www.nbk.com/NBK/Personal+Banking/Ways+to+Bank/SMS+Banking/mnet.htm" REL="nofollow">MNET </A> भी शुरु हो गया। वैसे अच्छी सेवा है, मोबाइल से पेमेन्ट करने वाली। हम तो भाई अपने डेबिट कार्ड से पेमेन्ट करते है, मोबाइल पर विश्वास नही जमा अभी।Jitendra Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/09573786385391773022noreply@blogger.com