tag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post3006856739663667320..comments2024-03-15T04:14:04.408+05:30Comments on मानसिक हलचल: पोस्टों पर टिप्पणियां करने की इकतरफा शर्तें?!Gyan Dutt Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comBlogger31125tag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-82289577423213665632011-04-10T00:12:07.774+05:302011-04-10T00:12:07.774+05:30शर्त स्वीकार करें ऐसा लिखा किसी ब्लॉग पर नहीं आता ...शर्त स्वीकार करें ऐसा लिखा किसी ब्लॉग पर नहीं आता (मेरी जानकारी जहाँ तक है). किसी साइट पर यह कई कारणों से रखना पड़ता है. हमारे द्वारा बनायी गई कुछ साइट पर ऐसा रखा था. मगर आपकी पोस्ट पढ़ने के बाद सभी जगहो से हटा रहे है. अब कमसे कम हमारे द्वारा बनायी गई साइट पर तो आपको यह समस्या नहीं आयेगी :)Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-10710900550467613102011-04-10T00:12:07.307+05:302011-04-10T00:12:07.307+05:30हमारी एक साथी ब्लॉगर की घोषणा है कि 'कमेंट्स प...हमारी एक साथी ब्लॉगर की घोषणा है कि 'कमेंट्स पर अधिकार कमेन्ट लेखक का हैं अगर आप किसी का कमेन्ट कहीं डाले तो आप को उस लेखक से पूछना होगा जिसका कमेन्ट हैं।'<br>जब लेखक को आपत्ति नहीं है तो यह अधिकार प्रकाशक को कैसे है? होगी किसी टिप्पणीकार को जरूरत पुछ्वाने की, तो क्या वह NOC मांगने का दुमछल्ला लगाये?<br>क्या ऐसी नीति है, ब्लॉग्स के लिये? कृपया स्पष्ट करें।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-54033838139652302422008-05-17T00:11:00.000+05:302008-05-17T00:11:00.000+05:30हमारी एक साथी ब्लॉगर की घोषणा है कि 'कमेंट्स पर अध...हमारी एक साथी ब्लॉगर की घोषणा है कि 'कमेंट्स पर अधिकार कमेन्ट लेखक का हैं अगर आप किसी का कमेन्ट कहीं डाले तो आप को उस लेखक से पूछना होगा जिसका कमेन्ट हैं।'<BR/>जब लेखक को आपत्ति नहीं है तो यह अधिकार प्रकाशक को कैसे है? होगी किसी टिप्पणीकार को जरूरत पुछ्वाने की, तो क्या वह NOC मांगने का दुमछल्ला लगाये?<BR/>क्या ऐसी नीति है, ब्लॉग्स के लिये? कृपया स्पष्ट करें।कर्मचारीhttps://www.blogger.com/profile/04380070436685383820noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-41267425260779413062008-05-13T14:48:00.000+05:302008-05-13T14:48:00.000+05:30श्री विश्वनाथ गोपीकृष्ण की ई-मेल से प्राप्त टिप्पण...<B>श्री विश्वनाथ गोपीकृष्ण की ई-मेल से प्राप्त टिप्पणी - </B><BR/>उत्तर में इस चिट्टाकार को मैं यूं लिखता:<BR/><BR/>This is against the spirit of blogging and commenting. Blogging should permit total freedom of expression, not selective freedom.<BR/>Of course you are at liberty to not publish my comment if you don't like it. After all it is your blog, not mine. I too am at liberty to ignore your writings if I don't like them.<BR/><BR/>However I do not submit to your right to change or modify or add to my comments or put words in my mouth without any reference to me. Please either publish this comment exactly as I have written or please reject in toto. We expect you to share with us the total freedom of expression that the world of blogs gives to us all and not reserve this right to yourself only.<BR/><BR/>Most bloggers would welcome comments even if they are negative as long as they are not abusive. By adopting this policy, you are effectively preventing comments from many persons who may have something worthwhile to say but who will not agree to your policy. I suggest you modify the terms to state that all comments are welcome, but abusive comments using vulgar language will not be published. If you do not modify your policy, I will not post any comment.Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-2665842375153675302008-05-12T18:35:00.000+05:302008-05-12T18:35:00.000+05:30इस मामले में दिनेश जी की राय से पूरी-पूरी सहमति है...इस मामले में दिनेश जी की राय से पूरी-पूरी सहमति है .Priyankarhttps://www.blogger.com/profile/13984252244243621337noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-91004254893502458152008-05-12T12:52:00.000+05:302008-05-12T12:52:00.000+05:30शर्त स्वीकार करें ऐसा लिखा किसी ब्लॉग पर नहीं आता ...शर्त स्वीकार करें ऐसा लिखा किसी ब्लॉग पर नहीं आता (मेरी जानकारी जहाँ तक है). किसी साइट पर यह कई कारणों से रखना पड़ता है. हमारे द्वारा बनायी गई कुछ साइट पर ऐसा रखा था. मगर आपकी पोस्ट पढ़ने के बाद सभी जगहो से हटा रहे है. अब कमसे कम हमारे द्वारा बनायी गई साइट पर तो आपको यह समस्या नहीं आयेगी :)संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-80640269118357930932008-05-11T23:01:00.000+05:302008-05-11T23:01:00.000+05:30आप की आपत्ति जायज है, बहुत ज्यादा घूमना घुटनों के ...आप की आपत्ति जायज है, बहुत ज्यादा घूमना घुटनों के लिए हानिकारक है।…:)आप सिर्फ़ हमारे जैसे सीधे सादे ब्लोग्स पर घूमिये न्।॥:)।<BR/>हम तो स्लेंग वाले आइडिया से ज्यादा एक्साइटेड हैं।Anita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-22060456719090616922008-05-11T23:00:00.000+05:302008-05-11T23:00:00.000+05:30मेरे ख्याल से अपनी आलोचनाओं का सामना करते हुए कमैं...मेरे ख्याल से अपनी आलोचनाओं का सामना करते हुए कमैंट के साथ काटा-छांटी नहीं होनी चाहिए....<BR/>और उसे जस का तस रखना चाहिए।<BR/>हाँ अगर अभद्र भाषा की वजह से या फिर किसी अन्य कारण से कमैंट स्वीकार्य ना हो तो उसे बिलकुल ही हटा देना चाहिएराजीव तनेजाhttps://www.blogger.com/profile/00683488495609747573noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-70420947225272387082008-05-11T18:58:00.000+05:302008-05-11T18:58:00.000+05:30बात बदलने वाली शर्त कैसे मानी जा सकती है....बात बदलने वाली शर्त कैसे मानी जा सकती है....बोधिसत्वhttps://www.blogger.com/profile/09557000418276190534noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-18549939311054094212008-05-11T18:52:00.000+05:302008-05-11T18:52:00.000+05:30jamaye rahiyejamaye rahiyeALOK PURANIKhttps://www.blogger.com/profile/09657629694844170136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-2617901565769832452008-05-11T16:23:00.000+05:302008-05-11T16:23:00.000+05:30कैसी बेतुकी बात है. भला कैसे कोई स्वाभिमानी व्यक्त...कैसी बेतुकी बात है. भला कैसे कोई स्वाभिमानी व्यक्ति इस शर्त पर टिप्पणी करने के लिए तैयार होगा? और मिटाना या घटाना तो फिर भी ठीक है मगर किसी और की टिप्पणी में अपनी ओर से कुछ जोड़ने की इच्छा रखना तो बिल्कुल हजम होने वाली बात नहीं.Ghost Busterhttps://www.blogger.com/profile/02298445921360730184noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-74981306711140765862008-05-11T14:50:00.000+05:302008-05-11T14:50:00.000+05:30कभी - कभी तो मन में अजीबोगरीब बातें आती रहती है ,क...कभी - कभी तो मन में अजीबोगरीब बातें आती रहती है ,कि इतने नियम- क़ानून में आबद्ध होकर टिपियाने का क्या मतलब ? आप के पास आ कर नयी बातो का पता चलता हे!आपका आभार !रवीन्द्र प्रभातhttps://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-67431033833319471362008-05-11T14:31:00.000+05:302008-05-11T14:31:00.000+05:30वाकई तुस्सी ग्रेट हो जी, खुदई आलस नई करते आप तो, इ...वाकई तुस्सी ग्रेट हो जी, खुदई आलस नई करते आप तो, इधर उधर भटकते रहते हो नेट पे जिससे आपको एक से एक बातें/टॉपिक मिलता रहता है लिखने का!!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-15003098305607383462008-05-11T14:09:00.000+05:302008-05-11T14:09:00.000+05:30ये तो बहुत ही ग़लत बात है. टिपण्णी भी editable?ये तो बहुत ही ग़लत बात है. टिपण्णी भी editable?Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-28224330173888970902008-05-11T13:56:00.000+05:302008-05-11T13:56:00.000+05:30बिल्कुल दिनेश जी से सहमत हूँ। और ब्लागस्पाट द्वारा...बिल्कुल दिनेश जी से सहमत हूँ। और ब्लागस्पाट द्वारा दी गयी सुविधा से भी। हिन्दी ब्लाग जगत टिप्पणियो के दुरुपयोग के बहुत से मामले झेल चुका है। ऐसे मे ब्लागस्पाट की नीतियो की अहमियत और बढ जाती है।Pankaj Oudhiahttps://www.blogger.com/profile/06607743834954038331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-15431269434739313622008-05-11T12:10:00.000+05:302008-05-11T12:10:00.000+05:30ज्ञानजी,मे उन्मुक्त ओर दिनेश जी की बात से सहमत हु,...ज्ञानजी,मे उन्मुक्त ओर दिनेश जी की बात से सहमत हु, बाकी आप के पास आ कर सच मे हमारे ज्ञानचक्षु खुल जाते हे, बहुत सी नयी बातो का पता चलता हे धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-1061875866894151072008-05-11T11:42:00.000+05:302008-05-11T11:42:00.000+05:30ये तो बिल्कुल ही नई बात आज पढने मे आई है।ये तो बिल्कुल ही नई बात आज पढने मे आई है।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-80704545667440145512008-05-11T10:32:00.000+05:302008-05-11T10:32:00.000+05:30kamal hai sahab logo ka bhi .....apr pandey ji aa...kamal hai sahab logo ka bhi .....apr pandey ji aapne fir bhi yahan apni halchal me un par tippani kar di ham to aise logo se ukta kar hi vapas aa jate hai .Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-23739274962065291592008-05-11T09:39:00.000+05:302008-05-11T09:39:00.000+05:30बाप रे ! इतने नियम कानून टिपियाने के लिये ?बाप रे ! इतने नियम कानून टिपियाने के लिये ?Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-41191649003329460602008-05-11T09:16:00.000+05:302008-05-11T09:16:00.000+05:30रोहिला जी, टिप्पणी पर लिंक देने के लिये उसी तरह से...रोहिला जी, टिप्पणी पर लिंक देने के लिये उसी तरह से html कोड लिखा जाता है जैसा कि चिट्ठी पोस्ट करते समय किया जात है। ब्लॉगर यह करने की अनुमति देता है पत कुछ डोमेन यह सुविधा नहीं देते हैं।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-82352124435229295512008-05-11T09:13:00.000+05:302008-05-11T09:13:00.000+05:30टिप्पणी के विषय में दिनेश जी की राय से पूर्णतः सहम...टिप्पणी के विषय में दिनेश जी की राय से पूर्णतः सहमत। अलबत्ता, ब्लॉगस्पॉट वाले यदि टिप्पणीकार को अपनी टिप्पणी को संपादित करने की सुविधा भी दे देते तो अच्छा हो जाता।<BR/><BR/>नीरज रोहिल्लाजी, रही बात टिप्पणी में लिंक देने की तो इसको 'सीखने के लिए' अपनी new post की विण्डो खोलकर एक काल्पनिक लिंक बनाइये फिर इस विंडो में ऊपर लगे आइकन edit HTML को क्लिक करके देखिये। आपको लिंक वाले शब्द के आगे-पीछे कुछ संकेताक्षर और अभीष्ठ URL लिखा हुआ दिख जायेगा। बस इसीको कॉपी करके रख लीजिये।<BR/> <BR/> अब जहाँ भी लिंक देना हो, इन संकेतों को इसी क्रम में घुसेड़ दीजिये।बस लग गया लिंक।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-83243003267154706842008-05-11T09:02:00.000+05:302008-05-11T09:02:00.000+05:30इस समस्या का समाधान आलोक जी ने कर लिया है. शायद इस...इस समस्या का समाधान आलोक जी ने कर लिया है. शायद इसी समस्या के चलते उन्होंने अपनी कॉपीराईट्स वाली टिपण्णी 'जमाये रहिये जी' तैयार की है.<BR/><BR/>अब 'जमाये रहिये जी' में से पोस्ट लिखने वाला एडिट करना भी चाहेगा तो क्या एडिट करेगा....:-)<BR/><BR/>वैसे एक और ब्लॉगर बंधु हैं जिन्होंने इस समस्या का समाधान बहुत पहले कर लिया था. मैं आशीष महर्षि की बात कर रहा हूँ. आशीष भी अपनी एक कॉपीराईट्स वाली टिपण्णी लिखते थे. टिपण्णी थी, 'मामला तो तगडा है सर'. अब इसमें भी पोस्ट लिखने वाला क्या एडिट करेगा?....:-)Shivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-69464098923639231932008-05-11T08:26:00.000+05:302008-05-11T08:26:00.000+05:30टिप्पणी टिप्पणीकार की रचना है। उस पर कॉपीराइट भी ट...टिप्पणी टिप्पणीकार की रचना है। उस पर कॉपीराइट भी टिप्पणी कर्ता का ही है। उसे संशोधित, परिमार्जित करने का अधिकार भी उसी का है। संशोधन के बाद तो टिप्पणी संशोधन कर्ता की रचना हो जाएगी, फिर उस के साथ टिप्पणीकार का नाम देना उचित नहीं है। मूल टिप्पणी के अर्थ भी बदल सकते हैं। यही कारण है कि ब्लॉगस्पॉट की व्यवस्था सही है। टिप्पणी को जैसे के तैसा रखा जाए या पूरा हटा दिया जाए। यही उचित है। संशोधन कर प्रकाशित करने का अधिकार तो पाठकों को ब्लॉग से ही गायब कर देगा, कम से कम टिप्पणीकारों को तो कर ही देगा।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-38769997711236298392008-05-11T07:06:00.000+05:302008-05-11T07:06:00.000+05:30मेरे एक प्रश्न का जवाब उन्मुक्त जी से मिल गया :-)मेरे एक प्रश्न का जवाब उन्मुक्त जी से मिल गया :-)Neeraj Rohillahttps://www.blogger.com/profile/09102995063546810043noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7822286262846371486.post-64497544671346704022008-05-11T07:05:00.000+05:302008-05-11T07:05:00.000+05:30सही है, समीर जी चुटकी ले गये आपकी, अब तो आपको कवित...सही है, समीर जी चुटकी ले गये आपकी, अब तो आपको कविता से जवाब देना पड़ेगा :-)<BR/><BR/>मेरी समझ से टिप्पणी में फेर बदल, फेर बदल की भावना से देखा जायेगा |<BR/>उदाहरण के लिये, टिप्पणी में वर्तनी की अशुद्धि सही करने के प्रयास को नैतिक और आधिकारिक रूप से ग़लत कहा जायेगा क्या? <BR/><BR/>इसके अलावा टिप्पणी अप्रूव करने के विषय में एक और प्रश्न है, क्या अप्रूव करने के लिये "फर्स्ट कम फर्स्ट सर्व" नीति उचित है? ब्लाग मालिक किसी टिप्पणी पर अनिर्णीत में कितने समय तक बैठ सकता है?<BR/><BR/>एक अन्य तकनीकि प्रश्न: टिप्पणी में किसी शब्द को हाइपरलिंक कैसे बनाते हैं ?Neeraj Rohillahttps://www.blogger.com/profile/09102995063546810043noreply@blogger.com